हिन्दू धर्म में शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व है।हिन्दू मान्यता के अनुसार शनि देव की प्रार्थना बुराई और व्यक्तिगत बाधाओं को दूर करने के लिए की जाती हैं |…
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र भगवान शिव का एक महामंत्र है । इस एक मन्त्र में महादेव शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण है। जो भी व्यक्ति इस द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का…
माँ सरस्वती की आरती (Maa Saraswati Ki Aarti)
माँ सरस्वती की पूजा के बाद माँ सरस्वती की आरती करने का विशेष महत्व है। घी के दिए के साथ माँ की आरती करने से माँ प्रसन्न होती है। माँ…
माँ दुर्गा के नौ रूप-नवरात्र (Maa Durga ke Roop)
हिन्दू धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व है। नवरात्र का उत्सव हर साल मनाया जाता है। एक साल में नवरात्री चार बार आती है जो हिंदी महीने के अनुसार क्रमशः…
हरतालिका तीज क्यों, कब और कैसे मनाते हैं? (Hartalika Teej)
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है। इस व्रत का महत्व करवाचौथ की तरह ही होता है। यह व्रत पति की लंबी…
हिन्दू धर्म में माता सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है। श्वेत रंग इनको अधिक प्रिय है। इनका आशीर्वाद प्राप्त कर हमें सभी प्रकार के ज्ञान की प्राप्ति होती…
जय जय जय रविदेव जय जय जय रविदेव |रजनीपति मदहारी शतलद जीवन दाता || पटपद मन मदुकारी हे दिनमण दाता |जग के हे रविदेव जय जय जय स्वदेव || नभ…
श्री शनि चालीसा।
दोहा जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन…
श्री विष्णु चालीसा
“दोहा” विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय॥ “चौपाई” नमो विष्णु भगवान खरारी। कष्ट नशावन अखिल बिहारी॥ प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी। त्रिभुवन फैल…
दुर्गा चालीसा का पाठ करने से मनुष्य को माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। माँ जगदम्बा शक्ति का स्वरूप और भक्तों की रक्षा करने वाली देवी हैं। श्री…
भोलेनाथ की आरती।
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा | ब्रह्मा, विष्णु सदाशिव, अर्द्धांगी धारा || ॐ जय शिव ओंकारा || एकानन चतुरानन, पंचानन राजै | हंसासन गरुड़ासन, वृषवाहन साजै ||…
शिव चालीसा अर्थ सहित।
शिव चालीसा के फायदे। शिव चालीसा का अर्थ। ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ अर्थ- पार्वती सुत, समस्त मंगलो के ज्ञाता श्री…
