जय जय जय रविदेव जय जय जय रविदेव |रजनीपति मदहारी शतलद जीवन दाता || पटपद मन मदुकारी हे दिनमण दाता |जग के हे रविदेव जय जय जय स्वदेव || नभ…
श्री शनि चालीसा।
दोहा जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन…
श्री विष्णु चालीसा
“दोहा” विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय॥ “चौपाई” नमो विष्णु भगवान खरारी। कष्ट नशावन अखिल बिहारी॥ प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी। त्रिभुवन फैल…
दुर्गा चालीसा का पाठ करने से मनुष्य को माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। माँ जगदम्बा शक्ति का स्वरूप और भक्तों की रक्षा करने वाली देवी हैं। श्री…
भोलेनाथ की आरती।
ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा | ब्रह्मा, विष्णु सदाशिव, अर्द्धांगी धारा || ॐ जय शिव ओंकारा || एकानन चतुरानन, पंचानन राजै | हंसासन गरुड़ासन, वृषवाहन साजै ||…
शिव चालीसा अर्थ सहित।
शिव चालीसा के फायदे। शिव चालीसा का अर्थ। ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ अर्थ- पार्वती सुत, समस्त मंगलो के ज्ञाता श्री…
शिव चालीसा।
शिव चालीसा क्या है ? हिंदू धर्म में प्रार्थना या धार्मिक भजनों का विशेष स्थान है। हिंदू धर्म में भगवान की सरल भाषा में की जाने वाली प्रार्थना को चालीसा…
शिव पंचाक्षर स्तोत्र – अर्थ सहित
शिव पंचाक्षर स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति के लिए लिखा गया है। इसमें भगवान शिव के स्वरूप एवं गुणों का बखान किया गया है, साथ ही भगवान शिव की वंदना…
महाशिवरात्रि व्रत और महत्व
महाशिवरात्रि भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का महापर्व है। सनातन धर्मावलम्बी इस त्योहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मास…
सरस्वती पूजा – महत्व और पूजा विधि
माँ सरस्वती को विद्या और सभी कलाओं की देवी कहा जाता है। हर साल माघ महीने की शुक्ल पंचमी को सरस्वती पूजा मनाई जाती है। जिस प्रकार धन और समृद्धि…
वक्रतुंड महाकाय मंत्र और अर्थ।
हिंदू धर्म में किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत गणेश पूजन के साथ की जाती है । उसके बाद ही अन्य देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। वहीं,…