राम रक्षा स्तोत्र का पाठ भगवान् राम की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। राम रक्षा स्तोत्र की रचना बुद्ध कौशिक ऋषि जिन्हें ऋषि विश्वामित्र भी कहते हैं,…
रामाष्टकं (Ramashtakam)
भजे विशेषसुन्दरं समस्तपापखण्डनम् ।स्वभक्तचित्तरञ्जनं सदैव राममद्वयम् ॥ १ ॥जटाकलापशोभितं समस्तपापनाशकं ।स्वभक्तभीतिभञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ २ ॥निजस्वरूपबोधकं कृपाकरं भवापहम् ।समं शिवं निरञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ ३ ॥सहप्रपञ्चकल्पितं ह्यनामरूपवास्तवम् ।निराकृतिं…
श्री दुर्गा आरती (Durga Aarti)
माँ दुर्गा की आरती का नवरात्री में विशेष महत्व है। नवरात्री में सुबह और शाम माँ दुर्गा की पूजा के बाद प्रतिदिन माँ की आरती करनी चाहिए। घी या कपूर…
शिव बिल्वाष्टकम स्तोत्रम (Shiv Bilwashtakam Stotram)
बेलपत्र भगवान् शिव को अत्यंत ही प्रिय है।भगवान् शिव की पूजा बेलपत्र के बिना अधूरी मानी जाती है। श्री शिव बिल्वाष्टक एक शक्तिशाली मंत्र है , जिसमे बेलपत्र की महिमा…
शिव लिङ्गाष्टकम् स्तोत्र (Shiv Lingashtakam Stotra)
लिंगाष्टकम भगवान शिव के लिंग रूप की पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। लिंगाष्टकम में भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया गया है। जैसे शंख और चक्र को…
शिवपञ्चाक्षर स्तोत्र के रचयिता आदि गुरु शंकराचार्य जी है। शिव पंचाक्षर स्तोत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक महामंत्र है। शिवपञ्चाक्षर स्तोत्र पंचाक्षरी मन्त्र नमः शिवाय पर आधारित है,जिसमे…
हिन्दू धर्म में शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व है।हिन्दू मान्यता के अनुसार शनि देव की प्रार्थना बुराई और व्यक्तिगत बाधाओं को दूर करने के लिए की जाती हैं |…
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र भगवान शिव का एक महामंत्र है । इस एक मन्त्र में महादेव शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण है। जो भी व्यक्ति इस द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का…
माँ सरस्वती की आरती (Maa Saraswati Ki Aarti)
माँ सरस्वती की पूजा के बाद माँ सरस्वती की आरती करने का विशेष महत्व है। घी के दिए के साथ माँ की आरती करने से माँ प्रसन्न होती है। माँ…
माँ दुर्गा के नौ रूप-नवरात्र (Maa Durga ke Roop)
हिन्दू धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व है। नवरात्र का उत्सव हर साल मनाया जाता है। एक साल में नवरात्री चार बार आती है जो हिंदी महीने के अनुसार क्रमशः…
हरतालिका तीज क्यों, कब और कैसे मनाते हैं? (Hartalika Teej)
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है। इस व्रत का महत्व करवाचौथ की तरह ही होता है। यह व्रत पति की लंबी…
हिन्दू धर्म में माता सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है। श्वेत रंग इनको अधिक प्रिय है। इनका आशीर्वाद प्राप्त कर हमें सभी प्रकार के ज्ञान की प्राप्ति होती…