हनुमत्सहस्त्रनाम का वर्णन ‘बृहज्ज्योतिषार्णव ’ में किया गया है । सर्वप्रथम श्री रामचंद्रजी ने हनुमत सहस्त्रनाम के पाठ से हनुमानजी की स्तुति की थी | हनुमत सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ…
स्तोत्र
“भये प्रकट कृपाला” श्रीरामचरितमानस का एक लोकप्रिय स्तोत्र है। इसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है। यह श्रीरामचरितमानस के बालकाण्ड में स्थित है। इस स्तोत्र में भगवान श्रीराम के जन्म…
राम स्तुति (Ram Stuti)
श्री रामचंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम् यह प्रभु श्री राम की स्तुति है। इस स्तुति के पाठ से प्रभु श्री राम प्रसन्न होते हैं ,और मनुष्य के जीवन…
श्री राम रक्षा स्तोत्रम् (Shri Ram Raksha Stotram)
राम रक्षा स्तोत्र का पाठ भगवान् राम की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। राम रक्षा स्तोत्र की रचना बुद्ध कौशिक ऋषि जिन्हें ऋषि विश्वामित्र भी कहते हैं,…
रामाष्टकं (Ramashtakam)
भजे विशेषसुन्दरं समस्तपापखण्डनम् ।स्वभक्तचित्तरञ्जनं सदैव राममद्वयम् ॥ १ ॥जटाकलापशोभितं समस्तपापनाशकं ।स्वभक्तभीतिभञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ २ ॥निजस्वरूपबोधकं कृपाकरं भवापहम् ।समं शिवं निरञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ ३ ॥सहप्रपञ्चकल्पितं ह्यनामरूपवास्तवम् ।निराकृतिं…
शिव बिल्वाष्टकम स्तोत्रम (Shiv Bilwashtakam Stotram)
बेलपत्र भगवान् शिव को अत्यंत ही प्रिय है।भगवान् शिव की पूजा बेलपत्र के बिना अधूरी मानी जाती है। श्री शिव बिल्वाष्टक एक शक्तिशाली मंत्र है , जिसमे बेलपत्र की महिमा…
शिव लिङ्गाष्टकम् स्तोत्र (Shiv Lingashtakam Stotra)
लिंगाष्टकम भगवान शिव के लिंग रूप की पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है। लिंगाष्टकम में भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया गया है। जैसे शंख और चक्र को…
शिवपञ्चाक्षर स्तोत्र के रचयिता आदि गुरु शंकराचार्य जी है। शिव पंचाक्षर स्तोत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक महामंत्र है। शिवपञ्चाक्षर स्तोत्र पंचाक्षरी मन्त्र नमः शिवाय पर आधारित है,जिसमे…
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र भगवान शिव का एक महामंत्र है । इस एक मन्त्र में महादेव शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण है। जो भी व्यक्ति इस द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र का…
हनुमान द्वादश नाम स्तोत्र (Hanuman Dwadash Naam Stotram).
हनुमान द्वादश नाम स्तोत्र का जाप करें और पाएं हनुमान जी का आशीर्वाद। हनुमान द्वादश नाम स्तोत्र मनुष्य की सभी मनोकामनाएं को पूरा करने में सक्षम है | हनुमान द्वादश…
शिव पंचाक्षर स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति के लिए लिखा गया है। इसमें भगवान शिव के स्वरूप एवं गुणों का बखान किया गया है, साथ ही भगवान शिव की वंदना…