हनुमान अष्टक में कुल आठ पद है। हनुमान अष्टक की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी ने की है। आठ पद होने के कारण इस श्लोक को अष्टक कहा जाता है। हनुमान…
Bajrangbali
2 Articles
2
बजरंग बाण (bajrang Baan)
बजरंग बाण (bajrang Baan)
9 Min Read
380
9 Min Read
380
हनुमान जी एक ऐसे देवता है जो कलयुग में भी पृथ्वी पर विराजमान है। भगवान हनुमान की पूजा आराधना करने से मनुष्य हर प्रकार के भय से मुक्त हो जाता…
Page 1 of 1