हिंदू धर्म में सूर्य भगवान की आराधना करने के लिए चालीसा पाठ के साथ-साथ स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाने या अर्घ्य देने की परंपरा भी है। इससे हमारे शरीर को कई शारीरिक व मानसिक लाभ मिलते हैं। सूर्य देव को जल चढ़ाते समय मंत्रोच्चार करना भी अति-आवश्यक बताया गया हैं क्योंकि इसके बिना इस विधि का संपूर्ण लाभ नही मिलता है । सूर्य देव के 12 नाम होते हैं जिनका हमे सूर्य को जल चढ़ाते समय बोलना चाहिए। इन्हें ही सूर्य अर्घ्य मंत्र कहते हैं।
1. सूर्य को जल देने का पहला मंत्र
ॐ मित्राय नमः
2. सूर्य को जल देने का दूसरा मंत्र
ॐ रवये नमः
3. सूर्य को जल देने का तीसरा मंत्र
ॐ सूर्याय नमः
4. सूर्य को जल देने का चौथा मंत्र
ॐ भानवे नमः
5. सूर्य को जल देने का पांचवां मंत्र
ॐ खगाय नमः
6. सूर्य को जल देने का छठा मंत्र
ॐ पुष्पे नमः
7. सूर्य को अर्घ्य देने का सातवां मंत्र
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
8. सूर्य को अर्घ्य देने का आठवां मंत्र
ॐ मरीचये नमः
9. सूर्य को अर्घ्य देने का नौवां मंत्र
ॐ आदित्याय नमः
10. सूर्य को अर्घ्य देने का दसवां मंत्र
ॐ सावित्रे नमः
11. सूर्य को अर्घ्य देने का ग्यारहवां मंत्र
ॐ अर्काय नमः
12. सूर्य को अर्घ्य देने का बारहवां मंत्र
ॐ भास्कराय नमः