मंत्र

  • शिव तांडव स्तोत्र (Shiv Tandav Stotra)
  • राम स्तुति (Ram Stuti)
    श्री रामचंद्र कृपालु भजमन हरण भव भय दारुणम् यह प्रभु श्री राम की स्तुति है। इस स्तुति के पाठ से प्रभु श्री राम प्रसन्न होते…
  • श्री राम रक्षा स्तोत्रम् (Shri Ram Raksha Stotram)
    राम रक्षा स्तोत्र का पाठ भगवान् राम की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। राम रक्षा स्तोत्र की रचना बुद्ध कौशिक ऋषि जिन्हें…
  • रामाष्टकं (Ramashtakam)
    भजे विशेषसुन्दरं समस्तपापखण्डनम् ।स्वभक्तचित्तरञ्जनं सदैव राममद्वयम् ॥ १ ॥जटाकलापशोभितं समस्तपापनाशकं ।स्वभक्तभीतिभञ्जनं भजे ह राममद्वयम् ॥ २ ॥निजस्वरूपबोधकं कृपाकरं भवापहम् ।समं शिवं निरञ्जनं भजे ह राममद्वयम्…
  • द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम (Dwadash Jyotirling Stotram)
     द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र भगवान शिव का एक महामंत्र है ।  इस एक मन्त्र में महादेव शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण है। जो भी व्यक्ति…
  • सूर्य अर्घ्य मंत्र (Surya Arghya Mantra)
    हिंदू धर्म में सूर्य भगवान की आराधना करने के लिए चालीसा पाठ के साथ-साथ  स्नान करने के बाद  सूर्य देव को जल चढ़ाने या अर्घ्य…
  • सरस्वती पूजा – महत्व और पूजा विधि
    माँ सरस्वती को विद्या और सभी कलाओं की देवी कहा जाता है। हर साल माघ महीने की शुक्ल पंचमी को सरस्वती पूजा मनाई जाती है।…
  • वक्रतुंड महाकाय मंत्र और अर्थ।
    हिंदू धर्म में किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत गणेश पूजन के साथ की जाती है । उसके बाद ही अन्य देवी-देवताओं की…
  • गायत्री मंत्र – गायत्री मंत्र का जाप क्यों करना चाहिए?
    ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् | गायत्री मंत्र का जाप क्यों करना चाहिए? गायत्री मंत्र को ॐ के जैसे ही हिन्दू…